मुहावरे
- अक्ल पर पत्थर पड़ना -- बुद्धि से काम न ले
- अगर - मगर करना -- टालमटोल करना , बहाना बनाना
- अपना उल्लू सीधा करना--अपना मतलब निकालना
- अपना-सा मुँह लेकर रह जाना--लज्जित होना
- अपनी खिचड़ी अलग पकाना-- साथ मिलकर न रहना
- अपने मुँह मियाँ मिट्ठू बनना--अपनी प्रशंसा स्वयं करना
- अपने पाँव पर अाप कुल्हाड़ी मारना--अपनी हानि स्वयं करना
- अंग - अंग ढीला होना -- बहुत थक जाना
- अंगारे उगलना -- क्रोध में कठोर वचन बोलना
- आँखे चुरा लेना -- अनदेखा कर देना
- आँखे बिछाना -- बहुत आदर - सम्मान करना
- अँगूठा दिखाना -- समय पड़ने पर मना कर देना
- अनुनय - विनय करना -- प्रार्थना करना
- अंग - अंग मुस्काना -- अति प्रसन्न होना
- अक्ल का दुश्मन -- मूर्ख व्यक्ति
- अँधेरे घर का उजाला -- इकलौता पुत्र
- अंधे की लाठी -- एकमात्र सहारा
- अक्ल चरने जाना -- बुद्धिहीनता का काम करना
- आँचल पसारना -- प्रार्थना करना
- आकाश - पाताल एक करना -- बहुत परिश्रम करना
- आसमान पर चढ़ना -- बहुत अभिमान करना
- आसमान सिर पर उठाना -- बहुत शोर करना
- आड़े हाथों लेना -- खरी - खरी सुनाना
- आकाश में बातें करना -- बहुत ऊँचा होना
- आँसू पोंछना -- धीरज दिलाना
- आपे से बाहर होना -- क्रोध से सुध- बुध खो बैठना
- आँखों में धूल झोंकना --धोखा देना
- आँखों से गिरना -- सम्मान घटना
- आँखों में खटकना -- बुरा लगना
- आँखें तरसना -- किसी को देखने की तीव्र इच्छा होना
- आँखें खुलना -- होश आना
- आँखें दिखाना -- क्रोध करना
- आँखें चार होना --दोनों का एक - दूसरे को देखना
- आँखें पथरा जाना -- राह देखते बहुत थक जाना
- आँखें उठाना -- बुरी दृष्टि से देखना
- आँखों पर पर्दा पड़ना -- धोखा खाना
- आँखों का तारा -- बहुत ही प्यारा
- आँच न आने देना -- हानि न होने देना
- आग बबूला होना --बहुत क्रोध करना
- आस्तीन का साँप --कपटी मित्र
- आसमान पर थूकना --निर्दोष को लांछन लगाना
- आकाश -पाताल का अन्तर --बहुत अधिक अंतर
- आग में घी डालना --क्रोध को भड़काना
- आँखें फेरना --परवाह न करना
- इधर उधर की हाँकना --व्यर्थ की गप्पें मरना
- ईंट का जवाब पत्थर से देना --दुष्ट की दुष्टता से बढ़ चढ़कर दुष्टता करना
- ईद का चाँद होना --बहुत दिनों बाद दिखाई देना
- ईंट से ईंट बजाना --नष्ट करना
- उल्लू बनाना --मूर्ख बनाना
- उन्नीस-बीस का अंतर होना --बहुत थोड़ा अंतर होना
- उल्टी गंगा बहाना --विपरीत काम करना
- उँगली पर नचाना --अच्छी तरह वश में करना
- उँगली उठाना --दोष निकालना
- उठा न रखना --कमी न छोड़ना
- उड़ती चिड़िया पहचानना --बहुत अनुभवी होना
- ऊँट के मुँह में जीरा --अधिक खाने वाले को कम देना
- एक आँख से देखना --समान दृष्टि से देखना
- एक लकड़ी से हाँकना --सबसे एक जैसा व्यवहार करना
- एड़ी-चोटी का ज़ोर लगाना --बहुत प्रयत्न करना
- एक ही थैले के चट्टे-बट्टे --एक जैसे
- ओखली में सिर देना --जान-बूझकर आपत्ति मोल लेना
- कमर बाँधना --कटिबद्ध होना , तैयार होना
- कमर टूटना --बहुत निराश हो जाना
- कलम तोड़ना --लिखने में कमाल करना
- कठपुतली बनना --दूसरों के इशारे पर चलना
- कलेजा मुँह को आना --बहुत दुखी होना
- कान पर जूँ न रेंगना --तनिक भी असर न पड़ना
- कान कतरना --बढ़-चढ़कर काम कर जाना
- कान भरना --चुगली करना
- काँटे बिछाना --बाधा डालना
- कफन बाँधकर चलना --मौत से न घबराना
- कीचड़ उछालना --दूसरों का निरादर करना
- कोल्हू का बैल --दिन-रात काम में जुटे रहना
- कलेजा ठंडा होना --संतोष होना
- कलई खुलना --भेद सामने आना
- कलेजे पर साँप लोटना -- ईर्ष्या से जलना
- कंचन बरसना --लाभ ही लाभ होना
- कोरा जवाब देना --साफ़ इंकार कर देना
- कमर कसना --तैयार होना
- कलेजा फटना --बहुत दुख होना
- काम आना --युद्ध में मरना
- कान काटना --बहुत चालाक होना
- काया पलट होना--बिल्कुल बदल जाना
- खून खौलना --जोश में आना
- खून का घूँट पीकर रहना --गुस्सा सहन कर लेना
- खटाई में पड़ना --कुछ भी निश्चय तथा निर्णय न होना
- खरी-खरी सुनाना --सच्ची-सच्ची कह देना
- खरी-खोटी सुनाना --बुरे वचन कहना
- खाक छानना --मारे-मारे फिरना
- खाक में मिलाना --नष्ट करना
- खून का प्यासा होना --जान लेने पर उतारू होना
- गागर में सागर भरना --थोड़े शब्दों में बहुत कुछ कह देना
- गडे़ मुर्दे उखाड़ना --बीती बातों को ले बैठना
- गरदन पर सवार होना --पीछा ही न छोड़ना
- गिरगिट की तरह रंग बदलना --सिद्धांतहीन होना
- गाँठ बाँधना --अच्छी तरह याद रखना
- गुदड़ी का लाल --सामान्य स्थान पर बैठा गुणी व्यक्ति
- गाल बजाना --डींग हाँकना
- गुड़ गोबर होना --बात बिगड़ जाना
- घड़ों पानी पड़ना --बहुत लज्जित होना
- घर फूंक तमाशा देखना --अपना नाश करके मस्ती में रहना
- घर में गंगा बहना --सुविधा होना
- घाव पर नमक छिड़कना --दुखी को अधिक दुखी करने वाली बात कहना
- घाट (सात) घाट का पानी पीना --देश - विदेश का व्यापक अनुभव प्राप्त होना
- घाव हरा होना --भूला दुख याद आना
- घी के दीये जलाना -- खुशी मनाना
- घुटने टेकना --हार मान लेना
- घोड़े बेच कर सोना --गहरी नींद में जाना
- चौकड़ी भूलना --मस्ती भूल जाना
- चल बसना --परलोक सिधारना
- चिराग लेकर ढूंढ़ना --कठिनाई से मिलना
- चिराग (दीपक) तले अँधेरा --महत्वपूर्ण स्थान के समीप अपराध का पनपना
- चादर के बाहर पैर पसारना --आय से अधिक व्यय करना
- चार चाँद लगना --प्रतिष्ठा बढ़ना
- चुल्लू भर पानी में डूब मरना --शर्म महसूस करना
- चूड़ियाँ पहनना --कायर बनना
- चेहरे पर हवाइयाँ उड़ना --डर जाना
- चिकना घड़ा --निर्लज्ज , जिस पर कहने-सुनने का कुछ असर न होना
- चैन की बंसी बजाना --सुख से रहना
- चाँद पर थूकना --निर्दोष पर दोष लगाना
- छठी का दूध याद आना --भरी संकट में पड़ना
- छक्के छुड़ाना --बुरी तरह हराना
- छाती पर मूँग दलना --जान-बूझकर दुःख देना
- छाती पर साँप लोटना --बहुत ईर्ष्या होना
- छाती पर पत्थर रखना --चुपचाप आपत्ति सहन करना
- छिपा रुस्तम --देखने में साधारण , वास्तव में गुणी
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